मिर्जापुर।
एपेक्स हॉस्पिटल वाराणसी के श्वांस, चेस्ट एवं टीबी विभाग द्वारा विश्व अस्थमा दिवस के अवसर पर एपेक्स के चेयरमैन प्रो. डॉ एसके सिंह की संरक्षकत्व
में वाराणसी एवं चुनार हॉस्पिटल के क्रिटिकल केयर नर्सिंग एवं पैरामेडिकल स्टाफ एवं नर्सिंग, पैरामेडिकल, आयुर्वेद एवं फार्मेसी छात्र-छात्राओं के लिए इनहेल्ड उपचार सभी के लिए सुलभ बनाएं थीम पर विशेष इनहेलर प्रशिक्षण कार्यशाला और जागरूकता सत्र का आयोजन किया गया। चेस्ट फिजीशियन डॉ नवीन कुमार एवं डॉ. अंकुश प्रकाश, एमबीबीएस, डीएनबी (जनरल मेडिसिन) एपेक्स ट्रस्ट हॉस्पिटल के अस्थमा और सीओपीडी बीमारी से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियों, अस्थमा को और बिगड़ने से कैसे रोका जाए, ट्रिगर फैक्टर्स की पहचान और उनसे बचाव और दवाओं के नियमित और सही उपयोग से अवगत कराया। ग्लेनमार्क एवं सिप्ला से आमंत्रित आशुतोष एवं एवं उपदेश तकनीकी प्रशिक्षिकों ने प्रतिभागियों को लाइव डेमो के जरिए इनहेलर के प्रकार, उसके कार्य, स्पेसर का प्रयोग, विशेषकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए, समय और खुराक का ध्यान कैसे रखें, सफाई और स्टोरेज के सही तरीके, जब इनहेलर असर न करे, तब क्या करें, पुराने इनहेलर का सुरक्षित डिस्पोज़ल के बारे में सिखाया। एपेक्स के डीन प्रो. सुनील मिस्त्री ने कहा, “अस्थमा एक नियंत्रित की जा सकने वाली बीमारी है, बशर्ते समय पर सही जानकारी और उपचार मिले।