राष्ट्रीय

वैश्य समाज की एकजुटता के लिए 5 जून को हो रहा दिल्ली में अखिल भारतीय प्रतिनिधि सम्मेलन: शैलेंद्र अग्रहरि

 

मिर्जा़पुर। अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन की बैठक का आयोजन रतनगंज स्थित रेस्टोरेंट में हुआ। जिसमें वक्ताओं ने 5 जून को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित होने वाले अखिल भारतीय वैश्य प्रतिनिधि सम्मेलन में वैश्य बंधुओं के सहभागिता की अपील की।

प्रदेश महामंत्री शैलेंद्र अग्रहरि ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था में अस्सी फीसदी योगदान करने के बावजूद राजनीति के क्षेत्र में हम पिछड़े हुए हैं वैश्य समाज के 367 घटकों व उपवर्गों को मिलाकर हमारी आबादी कुल जनसंख्या की बीस फीसदी है। हमें एकजुट हो कर अपने ताकत की पहचान करानी होगी तभी हम अपने समाज को राजनीति के क्षेत्र में आगे ला सकते हैं। वैश्य समाज सामाजिक, आर्थिक व राजनीतिक हिस्सेदारी बढ़ाने व वैश्य समाज के लोगों की संख्या सबसे अधिक होने के बावजूद भी हमारा वैश्य समाज हमेशा से उपेक्षित रहा है।

महिला जिलाध्यक्ष उमा जायसवाल ने कहा कि अब वैश्य उपवर्ग एकसाथ संगठित हो कर आगे बढ रहे हैं उन्होंने कहा कि आज समय की आवश्यकता है कि समाज की महिलाएं भी समाज में एकजुट होकर अपनी पहचान बनाए।

व्यापारी नेता मुकेश साहू ने कहा कि आज वैश्य समाज हर क्षेत्र में अपनी विशेष पहचान बना रहा है व्यापार, इंजीनियरिंग, शिक्षा, कला, चिकित्सा व प्रशासन के क्षेत्र में हमने अपनी एक विशेष पहचान बनाई है हमारे लिए यह बडे़ अफसोस की बात है कि वैश्य समुदाय को सत्ता का वह सम्मान नहीं मिल पा रहा है जिस पर उसका अधिकार है।

वरिष्ठ नेता पन्नालाल बुंदेला ने कहा की वैश्य समाज के संगठित न होने के कारण तमाम राजनीतिक दल अपने-अपने दांव पेच से वैश्य वर्ग का उपयोग कर लेते हैं परंतु उसके बदले वैश्य वर्ग को कुछ भी हांसिल नहीं होता है।

प्रमुख वैश्य नेता संतोष ऊमर व राहुल बरनवाल ने वैश्य समाज के योगदान के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए चर्चा की। उन्होंने कहां की “राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, भामा साह, राम मनोहर लोहिया व लाला लाजपत राय जैसी महान विभूतियां वैश्य समाज से हैं।

बैठक में ज्ञानचंद गुप्ता, नयन जायसवाल, गणेश ऊमर, मनोज जायसवाल, अमिताभ ऊमर, बृजेश गुप्ता, गुंजा गुप्ता, ज्योति अग्रवाल, अभिषेक गुप्ता, अतिन गुप्ता आदि रहे।

Banner VindhyNews
error: Right Click Not Allowed-Content is protected !!