धर्म संस्कृति

होली भेदभाव भुलाकर पारम्परिक प्रेम और सदभावना प्रकट करने का अवसर: पंडित रत्नाकर मिश्र

डिजिटल डेस्क, मिर्जापुर।
होली भारतीय संस्कृति की पहचान का एक पुनीत पर्व है। होली एक संकेत है वसंतोत्सव के रूप में ऋतु परिवर्तन का। एक अवसर है भेदभाव की भावना को भुलाकर पारम्परिक प्रेम और सदभावना प्रकट करने का। एक संदेश है जीवन में ईश्वरोपासना एवं प्रभुभक्ति बढ़ाने का।  होली के शुभ अवसर पर अपने कैम्प कार्यालय (विंध्यधाम) विंध्याचल में नगर विधायक पंडित रत्नाकर मिश्र ने उक्त उद्गार व्यक्त किए।
उन्होंने बताया कि नगर वासियों से एवं अपने मात्र संस्था के गार्जीयन, भाजपा कार्यकर्ताओं से एवं समस्त हृदय में बसने वाली देवतुल्य जनता जनार्दन से मिलने तथा स्वागत करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। इस दौरान नगर विधायक पंडित रत्नाकर मिश्र से मिलकर लोगों ने होली की हार्दिक शुभकामनाएं दी तो वही विंध्य वासियों ने नगर विधायक को 2022 में उत्तर प्रदेश सरकार ने केंद्रीय मंत्री के रूप में विराजमान होने का संकल्प दोहराया।
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