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स्वाभिमान दिवस’ के तौर पर यश:कायी डॉ.सोनेलाल पटेल जी जयंती प्रदेश में अपना दल (एस) कार्यकत्र्ताओं ने धूमधाम से मनाया 

० यश:कायी डॉ.सोनेलाल पटेल जी के बताए रास्ते पर चलते हुए वंचितों के लिए सड़क से संसद तक निरंतर आवाज उठाती रहूंगी: अनुप्रिया पटेल, राष्ट्रीय अध्यक्ष, अपना दल (एस)
० प्रदेश के प्रत्येक जनपद में यश:कायी डॉ.सोनेलाल पटेल जी के पुराने साथियों को किया गया सम्मानित 
डिजिटल डेस्क, मिर्जापुर। सामाजिक न्याय के पुरोधा एवं पार्टी के संस्थापक डॉ.सोनेलाल पटेल जी की 71वीं जयंती को आज प्रदेश  के प्रत्येक जनपद में जोन स्तर पर ‘स्वाभिमान दिवस’ के तौर पर अपना दल (एस) कार्यकत्र्ताओं ने धूमधाम से मनाया। इस अवसर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद अनुप्रिया पटेल ने अपने पूज्य पिता यश:कायी डॉ.सोनेलाल पटेल जी को याद करते हुए उनके बताए रास्ते पर चलते हुए वंचितों के अधिकारों के लिए निरंतर संघर्ष करने एवं सड़क से संसद तक आवाज उठाने का संकल्प लिया। श्रीमती पटेल ने अपने कार्यकत्र्ताओं को ‘बंद मुट्ठी’ की तरह एकजुट होकर डॉ.सोनेलाल पटेल जी के विचारों को आगे बढ़ाने का आह्वान किया। इस अवसर पर पार्टी पदाधिकारियों एवं कार्यकत्र्ताओं द्वारा डॉ.सोनेलाल पटेल के पुराने मित्रों को सम्मानित भी किया गया।
श्रीमती पटेल ने फेसबुक लाइव के जरिए अपने कार्यकत्र्ताओं को संबोधित किया। श्रीमती पटेल ने कहा कि आज का दिन पूरे अपना दल (एस) परिवार के लिए बहुत ही भावनात्मक क्षण है। डॉ.सोनेलाल पटेल जी, जिन्होंने अपना पूरा जीवन शोषित, पिछड़ों, किसानों, कमेरों के हक, सम्मान के नाम पर समर्पित किया और उनके अधिकार के लिए पूरा जीवन संघर्ष किया। आज उनकी यशकाया हमारे बीच नहीं है, लेकिन एक विचार के रूप में वह हमें, हमारी पार्टी को सदा प्रेरित करते रहेंगे।
गैर बराबरी खाई के लिए निरंतर संघर्ष की जरूरत:
श्रीमती पटेल ने कहा कि हमारे देश को आजाद हुए एक लंबा समय हो गया है और इस देश की आर्थिक और सामाजिक लोकतंत्र को कायम करने के लिए जिस संघर्ष की शुरूआत हमारे महापुरुषों ने की, जिनमें से एक हमारे यश:कायी डॉ.सोनेलाल पटेल भी रहें। आज उस सपने को पूरा करने की शुरूआत तो हो गई है। पिछड़े और वंचित तबके की हिस्सेदारी शासन-प्रशासन में होती जा रही है। लेकिन अभी भी गैर-बराबरी की खाई बहुत अधिक है और उसे दूर करने के लिए हमें बहुत संघर्ष करना बाकी है।
अखिल भारतीय न्यायिक सेवा का गठन हो:
श्रीमती पटेल ने कहा कि न्यायपालिका हमारे लोकतंत्र का एक बहुत बड़ा मजबूत स्तंभ है। पिछड़े और दलित समाज की आबादी 85 प्रतिशत है और इसलिए अगर हम बात करें तो संख्या की दृष्टि से देश की निचली अदालतों में, हाईकोर्ट में, उच्चतम न्यायालय में लड़े जाने वाले सबसे ज्यादा मुकदमें इसी तबके के हैं। लेकिन ये बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि देश की उच्च न्यायालय और सुप्रीम कोर्ट में न्यायाधीशों के पद पर पिछड़े, दलित, आदिवासी और कमेरा समाज कहीं नजर ही नहीं आते हैं। इस ज्वलंत एवं गंभीर मुद्दे को मैं अपना दल एस की तरफ से संसद से लेकर सार्वजनिक सभाओं और एनडीए की बैठक में प्रमुखता से उठाती रही हूं। और अखिल भारतीय न्यायिक सेवा के गठन की मांग करती रही हूं।
श्रीमती पटेल ने कहा कि हमने पिछड़ों की समस्याओं के निदान के लिए अल्पसंख्यक मंत्रालय की तर्ज पर अन्य पिछड़ा वर्ग मंत्रालय के गठन की मांग की है और इस मांग को लगातार अपनी सभाओं में उठा रही हूं।
लौह पुरुष सरदार बल्लभभाई पटेल जी के नाम पर 
राष्ट्रीय मेमोरियल का हो निर्माण
श्रीमती पटेल ने कहा कि अखंड भारत के निर्माता लौह पुरुष सरदार बल्लभभाई पटेल जी के नाम पर दिल्ली में राष्ट्रीय मेमोरियल का निर्माण किया जाए। इस बाबत हमने संसद में 1, औरंगजेब रोड को अधिगृहित करके लौह पुरुष सरदार बल्लभभाई पटेल जी के नाम पर राष्ट्रीय मेमोरियल के निर्माण और सरदार पटेल जी की समाधि दिल्ली में बनाने की मांग की है।
श्रीमती पटेल ने कहा कि किसानों की समस्याओं के निदान के लिए अपना दल (एस) लगातार लोकतंत्र के मंदिर कहे जाने वाले संसद में आवाज उठा रहा है। किसानों के बेहतर जीवन के लिए स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को ठीक से लागू होनी चाहिए। ताकि उन्हें फसल का वाजिब कीमत मिल सके और उनका जीवन बेहतर हो सके। बता दें कि देश के विभिन्न हिस्सों में प्राकृतिक आपदा पर अपनी बात रखते हुए पीड़ित किसानों की सुरक्षा व मुआवजा राशि तत्काल दिए जाने से संबंधित विषय को श्रीमती पटेल संसद में कई बार उठा चुकी हैं।
श्रीमती पटेल ने कहा कि हमने संसद में बाबा ज्योतिबा फुले एवं माता सावित्री बाई फुले को भारत रत्न दिए जाने की मांग की, माता सावित्री बाई फुले की जयंती के अवसर पर राष्ट्रीय महिला साक्षर दिवस घोषित करने की मांग की। इसके अलावा समाज के अंतिम पंक्ति पर खड़े निषाद, कोल, बियार, डोम समाज के लोगों की समस्याओं को संसद में प्रमुखता से उठाया।
इसके अलावा आरक्षण जैसे महत्वपूर्ण विषय पर बार-बार हो रहे बदलाव को संसद में प्रमुखता से उठा रही हूं। चाहे आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों का सामान्य से ज्यादा कट ऑफ हो अथवा 69000 सहायक अध्यापकों की भर्ती का मामला, या मेडिकल में आरक्षण का मामला। इन सभी महत्वपूर्ण विषयों पर हमने अपना दल एस की तरफ से बार-बार संसद में आवाज उठाया है।
इस अवसर पर पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेश पटेल ने बताया कि पार्टी के संस्थापक यश:कायी डॉ.सोनेलाल पटेल जी की 71वीं जयंती पूरे प्रदेश में धूमधाम से मनाई गइ। उन्होंने बताया कि पार्टी के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री आशीष पटेल जी ने लखनऊ स्थित कैम्प कार्यालय में आयोजित जयंती समारोह में भाग लिया और डॉ.सोनेलाल पटेल जी की तस्वीर पर पुष्प अर्पित करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इसी तरह प्रयागराज में आयोजित कार्यक्रम में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ.जमुना प्रसाद सरोज जी ने भाग लिया और अपने आदर्श के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उनके बताए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया। राजेश पटेल ने बताया कि इस अवसर पर प्रदेश के सभी जनपदों में डॉ.सोनेलाल पटेल जी के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने वाले उनके प्रिय मित्रों को पार्टी पदाधिकारियों द्वारा सम्मानित किया गया।
संसदीय कार्यालय में अपना दल (एस) कार्यकत्र्ताओं द्वारा जन स्वाभिमान दिवस
जनपद के संसदीय कार्यालय में अपना दल (एस) कार्यकत्र्ताओं द्वारा जन स्वाभिमान दिवस मनाया गया। इस अवसर पर पार्टी कार्यकत्र्ताओं एवं समर्थकों ने यश:कायी डॉ.सोनेलाल पटेल जी के जीवन संघर्ष पर प्रकाश डालते हुए उनके बताए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया। इस मौके पर डॉ. सोनेलाल पटेल जी के पुराने साथी श्री कमला शंकर बिंद जी को अंगवस्त्र सम्मानित किया गया। इस अवसर पर पार्टी के जिलाध्यक्ष राम लोटन बिंद, युवा मंच के जिलाध्यक्ष उदय पटेल, अनिल पटेल पगड़ी इत्यादि उपस्थित थें। उधर, पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेश पटेल ने डॉ.सोनेलाल पटेल जी की जयंती के अवसर पर जमालपुर ब्लॉक के जगदीशपुर के पूर्व प्रधान डॉ.साहब के पुराने अनुयायी श्री विजय सिंह पटेल को उनके घर जाकर सम्मानित किया और डॉ.साहब की याद में आम के पौधे लगाए। विजय सिंह पटेल जी डॉ.साहब के समय पार्टी में चुनार विधानसभा अध्यक्ष थे।
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