विन्ध्याचल मण्डल: मिर्जापुर, सोनभद्र, भदोही

छोटी पर्ची न लिखकर पंजीकरण पर्ची पर ही दवा लिखा जाये; अस्पताल मे न हो दवाएं, तो प्राचार्य मेडिकल कालेज इन दवाईयो को लोकल स्तर पर पहले से ही आवश्यकतानुसार कराएं परचेज

0 कमिश्नर डीएम ने संयुक्त रूप से मण्डलीय अस्पताल के महिला वार्ड का किया निरीक्षण; प्राचार्य मेडिकल कालेज व चिकित्सको के साथ बैठक कर अस्पताल में व्यवस्थाओ को सुदृढ़ करने का दिया निर्देश

मीरजापुर।   

मण्डलायुक्त डाॅ0 मुथुकुमार स्वामी बी0 व जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने आज मण्डलीय अस्पताल के महिला वार्ड में भ्रमण कर निरीक्षण किया। महिला अस्पताल में निरीक्षण के दौरान मण्डलायुक्त द्वारा सभी वार्डो, आपरेशन थियेटर सहित पूरे अस्पताल में भ्रमण कर निरीक्षण किया तथा व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली।

निरीक्षण के दौरान मण्डलायुक्त वार्ड के बाहर बैठे तीमारदारो तथा भर्ती मरीजो से उनके स्वास्थ्य व अस्पतला की व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की। निरीक्षण के दौरान महिला अस्पताल में वार्ड के बाहर मरीजो के तीमारदारों के बैठने के लिये प्लास्टिक की टूटी हुयी कुर्सियो को देखकर निर्देशित किया किया फाइबर की कुर्सियो की जगह पर बंेच रखा जाये तो बैठने में जहां आरामदायक होगा वही मजबूत भी रहेगा। पर्ची बनाने वाले कांउटर, सर्जन कक्ष, दवा वितरण कक्ष, ओ0पी0डी0 तथा लेबर रूम का भी निरीक्षण किया गया। मेडिकल कालेज के दृष्टिगत महिला अस्पताल में पुराने भवनो के ध्वस्तीकरण के बाद उसके निर्माण कार्य प्रारम्भ करने का भी निर्देश राजकीय निर्माण निगम को दिया गया।

तत्पश्चात पुरूष अस्पताल के सभागार में मण्डलायुक्त व जिलाधिकारी द्वारा प्राचार्य मेडिकल कालेज एवं अस्पताल के सभी चिकित्सको, फार्मासिस्ट व अन्य स्टाफ के साथ बैठक कर अस्पताल की व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने का निर्देश दिया गया। बैठक में निर्देशित किया गया कि किसी भी चिकित्सक के द्वारा अस्पताल में मरीजो को एक छोटी से पर्ची पर दवा लिखा जाता हैं।

उन्होने कहा कि छोटी पर्ची न लिखकर मरीज के पास पंजीकरण पर्ची पर ही दवा लिखा जाये तथा चिकित्सक उस पर अपना हस्ताक्षर करे तत्पश्चात दवा वितरण कक्ष में उस पर्ची कर नम्बर दर्ज करते हुये कौन सी दवा दी गयी उसे भी दर्ज कराया जाय। मण्डलायुक्त ने कहा कि वेयर हाउस में मेडिकल कारपोरेशन के द्वारा दवायें आपूर्ति की जाती है फिर भी यदि इमरजेंसी के लिये किसी बीमारी हेतु जिस चिकित्सक को दवा रखने की आवश्यकता महसूूस होती है तो उसकी सूची बनाकर प्राचार्य मेडिकल कालेज को दे एवं प्राचार्य मेडिकल कालेज इन दवाईयो को लोकल स्तर पर पहले से ही आवश्यकतानुसार परचेज कर सुनिश्चित करायें।

आयुक्त ने कहा कि सरकारी अस्पतालों में काफी सुविधाये मुहैया करायी गयी है, अस्पतालों में आने वाले गरीब व बेसहारा मरीजो को हर सुविधा उपलब्ध कराते हुये इलाज सुनिश्चित किया जाय। उन्होने कहा कि कोशिश यह करे कि किसी को प्राइवेट अस्ताल में न जाना पड़े। उन्होने यह भी निर्देश दिया कि अस्पतालों में मरीजो को कराये जाने वाले विभिन्न लैब टेस्ट को मजबूत बनाया जाय और हर सम्भव उनका कोई भी टेस्ट अस्पताल से ही सुनिश्चित कराया जाय। अल्ट्रासांउड, स्कैनिंग आदि की मशीनों को संचालित करते हुये टेक्निीशियन की मांग शासन कर ली जाय। उन्होने कहा कि किसी भी स्तर पर मरीजो को बाहर किसी भी जांच/टेस्ट कराने न भेजा जाय यदि वह मशीन/सुविधा अस्पताल में उपलब्ध न हो तभी बाहर के लिये लिखा जाय।

जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने उपस्थित चिकित्सको को सम्बोधित करते हुये कहा कि चिकित्सक का ही ऐसा क्षेत्र है जिसे ईश्वर का दूसरा दर्जा दिया जाता हैं। उन्होने कहा कि यहां आने वाले मरीजो को अपने प्रोफेशन से ऊपर से उठकर मानवीय दृष्टिकोण से उनकी मद्द करे। उन्होने कहा कि वर्तमान में अस्पतालो में बड़ी संख्या में अच्छी गुणवत्ता वाली दवाओं की आपूर्ति करायी जा रही हैं। चिकित्सक यह सुनिश्चित करे कि किसी को बाहर से दवा लाने के लिये पर्ची न लिखा जाय। उन्होने कहा कि जैसा कि मण्डलायुक्त महोदय द्वारा बताया गया कि जिन दवाओं की आवश्यकता है और वह आपूर्ति की गयी सूची में शामिल नही है या उपलब्ध नही करायी गयी है उसकी लिस्ट बनाकर पहले से लोकल परचेज कर लिया जाय। सभी दवाओं की आपूर्ति एवं वितरण का पूरा रजिस्टर तैयार रखा जाय।

उन्होने कहा कि प्राचार्य मेडिकल कालेज से कहा कि वे स्वंय चिकित्सको की बैठक कर दवाओं की उपलब्धतता सुनिश्तिच करें। जिलाधिकारी ने कहा कि डेंगू के दौरान अथवा अन्य इमरजेंसी के दौरान हमारे अस्पताल के चिकित्सको द्वारा बहुत तन्मयता व निष्ठा के साथ अच्छा कार्य  किया गया था जिसका लोगो के द्वारा सराहना की गयी। उन्होने कहा कि आगे भी ऐसे कार्य करे ताकि लोगो के बीच में सरकारी अस्पताल की अच्छी छवि जाये और वे यहां आकर अपना इलाज कराये। जिलाधिकारी ने कहा कि यदि किसी चिकित्सक व स्टाफ को कोई भी समस्या हो तो उसे सम्पर्क कर अवगत कराये उसका समाधान कराया जायेगा।

प्राचार्य मेडिकल कालेज ने बताया कि अल्ट्रांसाउड, स्कैनिंग की मशीने उपलब्ध करा दी गयी है टेक्नीशियन की मांग की गयी है रेडियोलाजिस्ट के मिलते ही मशीनो को चालू करा दिया जायेगा। उन्होने कहा कि एक्सरे का कार्य अस्पताल में ही कराया जा रहा है। अगले दो माह के अन्दर सिटी स्कैन, का कार्य भी अस्पताल में प्रारम्भ हो जायेगा। इस अवसर पर प्राचार्य मेडिकल कालेज आर0बी0 कमल, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक मण्डलीय अस्पताल, महिला अस्पताल डाॅ संजय पाण्डेय के अलावा सभी चिकित्सगण उपस्थित रहें।

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