स्वास्थ्य

स्वास्थ्य सुविधाओं को बहतर बनाये प्रभारी चिकित्साधिकारी, जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में जिलाधिकारी ने दिया निर्देश

० नशा/श्राब पीकर एम्बूलेन्स न चलाये ड्राइवर, पाये जाने पर होगी कडी कार्यवाही
० 108 व 102 एंबुलेंस का किया जायेगा औचक निरीक्षण
डिजिटल डेस्क, मिर्जापुर।
जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में उपस्थित सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों को निर्देशित करते हुये कहा कि आने-अपने प्राथमिक/सामुदायिक स्वस्थ्य केन्द्रों पर स्वास्य सुविधाओं को बेहतर बनाये ताकि उस क्षेत्र के मरीजों को इसका पूरा लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित करते हुये आयुष्मान भारत के अन्तर्गत बनाये जाने वाले गाल्डेन कार्ड की प्रगति काफी खराब है, बेहतर कार्ययोजना बनाकर  कार्ड बनायें ताकि लक्ष्य को पूरा किया जा सके। उन्होंने कहा कि यह भी सुनिश्चित करें कि कम से कम सेभी गांवों में कुछ न कुछ कार्ड अवश्य बन जायें। जिलाधिकारी ने कहा कि अगली बैठक में गोल्डेन कार्ड में अपेक्षित प्रगति न अआने पर सम्बंधित के विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी।  जिलाधिकारी ने बैठक में प्रधानमंत्री मातृत्स वन्दन योजना ककी प्रगति के तथा कराये जाने वाले कार्यो की विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। उन्होंने दिव्यांग प्रमाण बनाने पर भी बल देते हुये कहा कि जिस आवेदनकर्ताओं का 40 पतिष्शत से कम हो या किसी में कुछ कमियां हो उसे एक बार में बताया जाये ताकि उसे बार-बार दौड-भाग न करना पडे।  जिलाधिकारी के द्वारा बैठक में स्वास्थ्य विभाग की योजनाआेंं की प्रदेश में रैकिंग के बारे में जानकारी करने पर किसी के द्वारा नहीं बताया गया जिस पर कडी नाराजगी व्यक्त करते हुये कहा कि स्वस्थ्य विभाग जारी रैकिंग का ऐप सभी लोक लाउनलोड कर जानकारी प्रज्ञपत करें ताकि कमियों को दूर किया जा सके। अंधता निवारण व दृष्टिहीनता कार्यक्रम के अन्तर्गत चश्मा का वितरण शून्य होने पर मुख्य चिकित्साधिकारी के द्वारा बताया गया क टेन्डर न होने के कारण वितरण नहीं हो सका है जिस पर जिलाधिकारी द्वारा तत्कल डैण्डर आदि की कार्यवाही कर वितरण की काय्रवाही करने का निर्देश दिया गया। इसी प्रकार आर0बी0एस0के कार्यक्रम में काफी प्रगति होने पर बढाने का निर्देश दिया गया। कुपोषत बच्चों को एनआरसी के बारे में बताया गया कि जिला अस्पताल में कुल 10 बेड है जिसमें मात्र बच्चे भर्ती है जिस पर जिलाधिकारी द्वारा जिला कार्यक्रम अधिकारी व सम्बंधित नोडल एनआरसी को निर्देशित किया कि एक बेड पर दो बच्चो को रखने का प्रावधान है जो भी ऐसे कुपोषित बच्चे हैं जिन्हें यहां भर्ती की आवश्यकता है तत्कल भर्ती कराया जाये। समीक्षा बैठक में प्रभारी चिकित्साधिकारियों के द्वारा अपने ही डाटा व प्रगति के बारे मे जानकारी न दे पाने पर कडी नाराजगी व्यक्त करते हुये कहा कि अगली बैठक में पूरी तैयारी के साथ आये अन्यथा कार्यवाही की जायेगी। जननी सुरक्षा कार्यक्रम में लाभार्थियों व आशाओं का समय से भुगतान के निर्देश दिये गये। समीक्षा बैठक में हल्थ एवं वेलनेस सेटर, राष्ट््रीय स्वास्थ्य मिशन, वेन्टर जनित रोग, बाल वस्थ्य कार्यक्रम, आरबीएसके र्काक्रम, रोगी कल्याण समिति, पुनरीक्षित राष्ट््रीय क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम, तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम, इमरजेन्सी मेडिकल सामग्री सहित सभी बिन्दुअें पर बिन्दुवार समीक्षा की गयी।  समीक्षा बुकलेट सही तरीके से मनाने का निर्देश देते हुये जिलाधिकारी ने डिलीवरी होने की संख्या प्राइवेट अस्पतालों से भी रपिर्ट मंगाकर षामिल किया जाये। समीक्षा के दौरान 102 व 108 एम्बुलेंस के बारे में जिलाधिकारी ने कहा कि एम्बुलेन्स में सभी सुविधायें उपलब्ध हो तथा उसमें बैठने वाले टेक्निकल कर्मियों को प्रशिक्षित किया जाये। उनहोंने यह भी कह कि एम्बूलेन्स का आकस्मिक निरीक्षण किया जायेगा यदि कांई वाहन चालक शराब पीकर व नशे में पाया जाता हे  उसे विरूद्ध कडी कार्यवाही की जायेगी। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अविनाश सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 पी0 डी0 गुप्ता, अपर मुख्य चिकित्सााकारी डा0 अजय कुमार सिंह, डा0 आर एस राम के अलावा सभी सम्बंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
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