मुट्ठी मे आसमा

मिर्जापुर के 10 बाल वैज्ञानिकों ने ऑनलाइन लघु शोधपत्र प्रस्तुत किए

डिजिटल डेस्क, मिर्जापुर। 

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद भारत सरकार द्वारा संचालित राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के 28 में राज्य स्तरीय बाल विज्ञान कांग्रेस का आयोजन 23 जनवरी 2020 को किया गया। जिसमें पूर्वी उत्तर प्रदेश के 37 जिलों के 50 बाल वैज्ञानिकों के लघु शोध पत्र 5 सेंटरों के माध्यम से किए गए। इनमें से जनपद मिर्जापुर के जिला विज्ञान क्लब मिर्जापुर मिर्जापुर द्वारा समर्थित कलाम इन्नोवेशन लैब्स अहरौरा मिर्जापुर के माध्यम से 10 बाल वैज्ञानिकों ने ऑनलाइन लघु शोध पत्र प्रस्तुत किए। जिनका मूल्यांकन डॉ जे पी राय कृषि वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केंद्र बीएचयू साउथ केंपस बरकच्छा, डॉक्टर एसके गोयल कृषि वैज्ञानिक बीएचयू साउथ केंपस बरकच्छा, डॉक्टर एसएन सिंह मृदा वैज्ञानिक बीएचयू साउथ केंपस बरकच्छा ने किया। इस सेंटर के माध्यम से अयोध्या, चित्रकूट, फतेहपुर, कौशांबी, तथा मऊ के बाल वैज्ञानिकों के दो दो लघु शोध पत्र वैज्ञानिकों द्वारा सुने गए।अयोध्या से अदिति त्रिपाठी मोटर।गाड़ी केधुए से निकलने वाले कार्बन पार्टिकल को रोकने के लिए साइलेंस र।के नए मॉडल पर लघु शोध पत्र प्रस्तुत किया तथा तथा साइलेंसर में रुके हुए कार्बन के पार्टिकल का प्रयोग के बारे में जानकारी दें। अयोध्या के अभय सिंह ने पारंपरिक ज्ञान प्रणाली पर अंडर ग्राउंड वाटर कंजर्वेशन पर, प्रखर द्विवेदी मऊ ने साइंस फॉर सस्टेनेबल लिविंग पर, कौशांबी की अंजली देवी ने स्वच्छता पर नवाचार पर, कौशांबी के मुकुल कुमार ने जैविक खाद और रासायनिक खाद की तुलना पर, रामकुमार फतेहपुर ने बीजों के भांजा भंडारण पर, शिवम विश्वकर्मा फतेहपुर ने फसल चक्र पर तथा चित्रकूट की सोनम ने खेतों में पराली जलाने की समस्या हेतु निदान पर अपने लघु शोध पत्र प्रस्तुत किए। जनपद मिर्जापुर के चयनित बाल वैज्ञानिकों ने सुल्तानपुर सेंटर से अपने लघु शोध पत्र प्रस्तुत किए जिसमें रोहित कुमार ने मॉडल एटिन बायोगैस प्लांट, शिवम कुमार ने जड़ी बूटियों का विभिन्न रोगों में प्रयोग पर विभिन्न रोगों के प्रयोग में रोगों के प्रयोग पर अपने लघु शोध पत्र प्रस्तुत किए पत्र प्रस्तुत किए। इस ऑन लाइन l लघु शोध पत्र प्रस्तुतीकरण में राज्य समन्वयक राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस पूर्वी उत्तर प्रदेश डॉक्टर एस के सिंह ने बाल वैज्ञानिकों का उत्साहवर्धन किया तथा सभी वैज्ञानिकों को धन्यवाद ज्ञापित किया। जिला संयोजक सुशील कुमार पांडे ने सभी जिलों के बाल वैज्ञानिकों गाय टीचरों तथा तथा मूल्यांकन समिति के सदस्यों का स्वागत और आभार प्रदर्शन किया। कलाम इन्नोवेशन लैब के प्रबंधक एवं उप समन्वयक राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के सत्यनारायण प्रसाद ने सभी बाल वैज्ञानिकों का उत्साहवर्धन किया। इस ऑनलाइन लघु शोध प्रस्तुतीकरण में कलाम इन्नोवेशन लैब के आर्यन प्रसाद, रोहित मौर्य शिवम कुमार ने टेक्निकल सहयोग प्रदान किया।

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