विन्ध्याचल मण्डल: मिर्जापुर, सोनभद्र, भदोही

डीआईजी आरपी सिंह ने परिक्षेत्र के तीनों जनपदों के एसओजी/सर्विलांस/स्वाट टीम एवं प्रतिसार निरीक्षक के कार्यों की की समीक्षा

मिर्जापुर।
     गुुरुवा को पुलिस उपमहानिरीक्षक विंध्याचल परिक्षेत्र मिर्जापुर आर0पी0 सिंह द्वारा परिक्षेत्र के तीनों जनपदों के एस0ओ0जी0/सर्विलांस/स्वाट टीम के कार्यों की समीक्षा की गयी। समीक्षोपरांत निर्देशित किया गया कि संपत्ति संबंधी अपराधियों पर कड़ी नजर रखी जाए। जनपद के जिस थाना क्षेत्र में  ऐसे अपराध हो रहे हैं, एसओजी/सर्विलांस/स्वाट टीम ऐसे अपराधियों पर भी नजर रखें , स्वाट टीम को ज्ञात होना चाहिए कि आपके जनपद में कौन-कौन से अपराध होते हैं, जनपद में घटित अपराध के संबंध में जानकारी होना चाहिए।
किसी भी थाने पर यदि कोई अपराधी पकड़ा जाता है, तो  स्वाट टीम को सही पूछताछ करके अन्य अपराधियों के बारे में जानकारी इकट्ठा करना चाहिए।  जनपद के स्वाट टीम को अपराधियों के सम्बन्ध में ,वाहन चोर एवं अन्य चोर के संबंध में जानकारी होना चाहिए।
हर अपराधी की गतिविधियों के संबंध में स्वाट टीम को नजर रखना चाहिए एवं अवैध धंधे में लगे व्यक्तियों पर भी नजर रखें, इनामी अपराधी जो जनपद , रेंज एवं जोन के हैं, उन अपराधियों का डेटाबेस का रिकार्ड तैयार करके उनकी गिरफ्तारी का प्रयास करना चाहिए तथा प्रतिदिन उद्देश्य बनाकर कार्य करना चाहिए तथा प्रतिमाह स्वाट टीम द्वारा कोई न कोई महत्वपूर्ण सराहनीय कार्य जरूर करना चाहिए एवं सक्रिय होकर अपराध पर अंकुश लगाने एवं तीव्र गति से कार्य करें, लूट जैसी घटनाओं पर  त्वरित कार्यवाही करें जिससे अपराधियों में भय जैसी स्थिति उत्पन्न हो जाए व लूट जैसी घटनाएं घटित न हो।
                एसओजी/स्वाट टीम  से एक ही तरह से कार्य लिया जा रहा है ,जबकि दोनों का कार्य अलग-2  है , एस0ओ0जी0/ स्वाट टीम का कार्य किसी बड़ी घटना नक्सली ,आतंकवादी आदि के समय जैसे मंदिर या बड़ी मील फैक्ट्रियों या प्रतिष्ठित व्यक्ति पर कब्जे के दौरान कार्यवाही हेतु उस स्थान का पूरा नक्शा ,नक्शे की पूरी जानकारी उनके पास शस्त्र, उनके छुपे होने के स्थान और कैसे पकड़ा/ बरामद किया जाए आदि कार्यवाही कमांडो व एनएसजी की तरह से कार्य करने हेतु रिजर्व व संगठित बल के रूप में निर्मित किया गया है जिसके पास पर्याप्त वाहन व शस्त्र ,बल जिसकी संख्या 15 से 30 तक हो सकती है, जिसका प्रशिक्षण व ट्रेनिंग तथा अभ्यास ऐसे स्थानों  पर व्यवहारिक रूप से प्रशिक्षित करने की आवश्यकता है ताकि ऐसे परिस्थितियों में वे ऑपरेशनल कार्यवाही करके सफलता प्राप्त कर सकें। अब तक कोई भी शस्त्र फैक्ट्री तथा शस्त्र का सप्लायर गैंग पकड़ा नहीं गया है इसे पकड़ने की आवश्यकता है।
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इस प्रकार कार्य करने वाले पुराने गैंग के 5 वर्षों के थाने का रिकॉर्ड अपने जनपद व रेंज के जनपदों की सूची तैयार किया जाए कि इसमें से कितने अभियुक्त जेल में हैं ,कितने जमानत करा लिए हैं, इनका किसने जमानत लिया है वर्तमान समय में क्या कर रहे हैं इनके जमानत निरस्तीकरण का प्रयास, इनके द्वारा अर्जित चल-अचल संपत्ति का विवरण प्राप्त करते हुए गुंडा, गैंगस्टर, 14 (1) के तहत जब्तीकरण की कार्यवाही कराना सुनिश्चित करें। तत्पश्चात तीनों जनपदो के प्रतिसार निरीक्षको के कार्यो की समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिये। बैठक के दौरान परिक्षेत्र के तीनों जनपदो के एस0ओ0जी0 /सर्विलांस/ स्वाट टीम एवं प्रतिसार निरीक्षक मौजूद रहे।
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