स्वास्थ्य

प्राथमिक विद्यालयों में हेल्थ कैम्प लगाकर बच्चों का करे स्वास्थ्य परीक्षण;  कराये वजन, अध्यापको की उपस्थिति अनिवार्य करना बीएसए की जिम्मेदारी: कमिश्नर

0 विभागीय समन्वय से ही दूर होगा कुपोषण -मण्डलायुक्त

0 कुपोषित बच्चों को दी जाने वाली पौष्टिक आहार, आवश्यक दवाईयां समय से उपलब्ध कराने का मण्डलायुक्त ने जिला कार्यक्रम अधिकारी को दिया निर्देश

मीरजापुर।

मण्डलायुक्त डाॅ0 मुथुकुमार स्वामी बी0 ने आयुक्त कार्यालय सभागार में मण्डल के तीनों जनपदों के मुख्य विकास अधिकारी, मुख्य चिकित्साधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारियों सहित शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर पोषण मिशन कार्यक्रम तथा कुपोषित बच्चों की देखभाल के सम्बन्ध में की जा रही कार्यवाहियों के प्रगति कार्य की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान मण्डलायुक्त ने सभी सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित करते हुये कहा कि विभागीय समन्वय स्थापित करते हुये एवं अपने जिम्मेदारियों का निष्ठापूर्वक निर्वहन करने से ही मण्डल को कुपोषण मुक्त बनाया जा सकता हैं।

मण्डलायुक्त ने सभी जिला कार्यक्रम अधिकारियों को निर्देशित करते हुये कहा कि शून्य से छः माह तथा छः माह से तीन वर्ष एवं तीन वर्ष से छः वर्ष तक के बच्चों को आंगनबाड़ी केन्द्रो में नियमानुसार स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाय तथा उनका वजन कराते हुये विस्तृत रिपोर्ट अगली बैठक में प्रस्तुत किया जाय। उन्होने कहा कि इन बच्चों को दी जाने वाली पौष्टिक आहार एवं आयरन की गोली सिरप उपलब्ध कराते हुये अभिभावकों को दवा खिलाने के लिये जागरूक किया जाय। उन्होने कहा कि स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान कोई बच्चा कुपोषित की श्रेणी में पाया जाता है तो उसको प्राथमिकता के आधार पर देखभाल नियमित रूप से किया जाए। छः वर्ष के अधिक आयु वर्ग के बच्चों का प्राथमिक विद्यालयों में नामांकन के बाद उन्हें एम0डी0एम0 में बनने भोजन की गुणवत्ता को बरकरार रखते हुये उपलब्ध कराया जाय।

मुख्य चिकित्साधिकारियों को निर्देशित करते हुये कहा कि प्राथमिक विद्यालयों आर0बी0एस0के0 टीम को क्रियाशील करते हुये स्कूलों में कैम्प लगाकर बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जाय तथा उनका वजन भी लिया जाय यदि बच्चों का वजन मानक के अनुसार कम पाया जाता हैं तो उनकी विशेष निगरानी करते हुये फल व दूध तथा पौष्टिक आहार उपलब्ध कराते हुये उनके अभिभावको को भी घर पर अच्छा भोजन देने हेतु जागरूक किया जाय।

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित करते हुये कहा कि स्कूलों में अध्यापकों की उपस्थिति सुनिश्चित कराया जाय, जो अध्यापक आदतन स्कूल से गायब रहता है उसके विरूद्ध कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाय। जनपद भदोही में बच्चों के कुपोषण व स्वास्थ्य परीक्षण डेटा कलेक्शन/फीडिंग के कम प्रगति पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुये जिला कार्यक्रम अधिकारी व मुख्य चिकित्याधिकारी भदोही को निर्देशित किया गया कि आर0बी0एस0के0 टीम को क्रियाशील करते हुये हेल्थ परीक्षण कराये तथा डेटा कलेक्शन ठीक करते हुये प्रगति लायें। ई कवच पोर्टल को क्रियाशीलता व फीडिंग के लिये सभी ए0एन0एम0 व आशा कार्यत्रियों को प्रशिक्षण िदलाने का भी निर्देश मुख्य चिकित्साधिकारी को दिया गया।

मण्डलायुक्त ने कहा जिला कार्यक्रम अधिकारी यह सुनिश्चित करे कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के द्वारा गाॅंव में गर्भवती महिलाओं का प्रत्येक माह वजन कराते हुये उनके स्वास्थ्य परीक्षण कराये तथा आवश्यक दिशा निर्देश देें। उन्होने जिला विद्यालय निरीक्षण तथा मुख्य चिकित्साधिकारियों को भी निर्देशित करते हुये कहा कि कक्षा 09 से डिग्री कालेज तक के 19 वर्ष तक के बच्चों का भी स्कूलों में कैम्प लगाकर वर्ष में एक बार स्वास्थ्य परीक्षण अवश्य किया जाय। उन्होने कहा कि कुपोषित बच्चो की खोज व देखभाल के लिये राशन की दुकानदारों को भी लगाते हुये ग्राम पंचायत अधिकारियों को भी निगरानी के लिये निर्देशित किया जाय।

इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी श्रीलक्ष्मी वीएस, संयुक्त विकास अधिकारी सुरेश चन्द्र मिश्र, अपर निदेशक स्वास्थ्य, मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ राजेन्द्र प्रसाद तथा मुख्य चिकित्साधिकारी सोनभ्रद व भदांेही, जिला पूर्ति अधिकारी उमेश चन्द्र, जिला पंचायत राज अधिकारी अरविन्द कुमार, जिला विद्यालय निरीक्षक अमरनाथ सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी गौतम प्रसाद के अलावा यूनीसेफ के प्रतिनिधि बैठक में उपस्थित रहे तथा मुख्य विकास अधिकारी व जिला कार्यक्रम अधिकारी सोनभद्र व भदोही वर्चुअल माध्यम से बैठक में उपस्थित रहें।

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