पडताल

नोडल अधिकारी ने चुनार क्षेत्र के धान क्रय केन्द्र व धान मिल का किया निरीक्षण

डिजिटल डेस्क, चुनार(मिर्जापुर)। 
शासन द्वारा बनाए गए जनपद के नोडल अधिकारी अनुराग यादव ने सोमवार को चेचरी मोड़ स्थित धान क्रय केन्द्र व धान मिल का निरीक्षण किया।इस दौरान उन्होंने धान क्रय केन्द्र पर मौजूद धान नमी मापन यंत्र की जांच के दौरान एक ही धान को दो बार मशीन में डालकर जांच कराया तो दोनों बार अलग अलग नमी का प्रतिशत बताया जिस पर कहा यह मशीन खराब या अन्य कोई बात है जिस पर केन्द्र प्रभारी मौन रही। जबकि  नमी प्रतिशत के आधार पर ही तौल के समय कटौती की जाती है।इसके बाद डस्टर मशीन को चालू कराकर देखा।निरीक्षण के दौरान केन्द्र प्रभारी से अब तक हुए धान की खरीद व बोरी आदि की जानकारी लिया। तत्पश्चात धान लेकर आये किसानों से बातचीत कर केन्द्र पर उपलब्ध सुविधाओं के बारे में भी उनसे पूछताछ किया।गोल्हनपुर के किसान कैलाश नाथ से पूछा कि कितना धान लेकर आये हैं, कितनी भूमि है जिस पर किसान ने बताया कि 155 बोरी धान लेकर आये हैं सात बिघा खेत मौजूद है। जबकि 3.42 हे0 भूमि का तहसील ने सत्यापन किया है जबकि खाते में अलग अलग कई  किसान का नाम मौजूद हैं जिस पर नोडल अधिकारी ने मौके पर मौजूद उपजिलाधिकारी सुरेन्द्र बहादुर सिंह से पूछा कि किसान के हिस्से कितनी जमीन आएगी। वहीं खानजादीपुर गांव निवासी किसान गुलाब सिंह ने बताया कि बारह बीघा खेत है लेकिन पंजीकरण पांच बीघा का कर दिया गया है। किसान ने बताया कि इसके सुधार के लिए केन्द्र प्रभारी से कहा था जिसे जिले से दुरस्त कराने की बात केन्द्र प्रभारी द्वारा कहा गया। नोडल अधिकारी ने किसानों के भुगतान के संबंध में भी पूछा कि सबसे पुराना बकाया भुगतान कब का है जिस पर केन्द्र प्रभारी ने बताया कि 28 नवंबर का भुगतान बैक द्वारा यूटीआर जमा न होने से बकाया है। जबकि अन्य किसानों को उनके खाते में हो चुका है।यह भी पूछा कि कितने धान मिल को इस केन्द्र से धान दिया जाता है जिस पर केन्द्र प्रभारी अल्पना चौरसिया ने बताया कि कुल छह धान मिल पर धान को भेजा जाता है वही कुटाई होती है इसके बाद वही से चावल एफसीआई गोदाम जाती है। जिसके बाद क्रय केन्द्र से लगभग एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित मां शायरी धान मिल नोडल अधिकारी पहुचें और मिल के गोदाम में रखे धान को देखा।उन्होंने कुटाई कर गोदाम में रखे चावल के पास सीलन देखा और मिल संचालक को हिदायत दिया कि रखने की व्यवस्था में सुधार कर ले। केन्द्र से उठाये गये धान की कुटाई दस दिन से न होने का कारण पूछा जिस पर संचालक ने कहा कि पर्याप्त बिजली न मिलने के कारण समय से कुटाई नही हो पायी है। अंतिम बार एफसीआई चावल कब भेजा गया पूछने पर संचालक ने बताया कि 25 व 26 नवंबर को भेजा गया है। इस दौरान  डिप्टी आरएमओ धनंजय सिंह , खंड विकास अधिकारी नारायनपुर पवन कुमार सिंह मौजूद रहे।
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