अभिव्यक्ति

कवि-गीतकार मनोज मुंतशिर द्वारा भगवान सहस्त्रबाहु के खिलाफ अनर्गल टिप्पणी की निंदा

0 वैश्य समाज का एक प्रतिनिधिमंडल पुलिस अधीक्षक से मिलकर देगा ज्ञापन
मिर्जा़पुर। 
   भोपाल के एक समाचार पत्र में कवि व गीतकार मनोज मुंतशिर द्वारा वैश्य उपवर्ग जायसवाल व कांस्यकार समाज के ईष्ट देव भगवान सहस्त्रबाहु के खिलाफ अनर्गल टिप्पणी की है। इस अनर्गल टिप्पणी से वैश्य समाज व उनके अनुयायियों की भावना आहत हुई है।
अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन के प्रदेश महामंत्री शैलेंद्र अग्रहरि ने जारी बयान में कहा है कि इस कृत्य से हमारे आराध्य देव का अपमान हुआ है जिसे कत्तई बर्दाश्त नहीं किया जायगा। इस कारण उन्हें मानने वाले वैश्य समाज में भयंकर रोष व्याप्त है। वैश्य समाज ने अपने आराध्य देव के खिलाफ टिप्पणी करने वाले फिल्मी गीतकार और कवि मनोज मुंतशिर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।
उन्होंने बताया कि भोपाल के एक दैनिक हिंदी समाचार पत्र में 24 जुलाई को मनोज मुंत्शिर के प्रकाशित लेख में अभद्र टिप्पणी की गई है। मुंत्शिर ने समाज के आराध्य भगवान सहस्त्रबाहु अर्जुन के लिए बेहद आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया है। इस मामले पर वैश्य समाज का एक प्रतिनिधिमंडल पुलिस अधीक्षक से मिलकर उन्हें ज्ञापन देगा।
प्रदेश महामंत्री शैलेंद्र अग्रहरि ने मनोज मुंतशिर की भाषा पर कड़ी आपत्ति जताते हुए उनके खिलाफ केस दर्ज कराने की मांग की है। वह इस मामले में कलचुरी समाज व कसेरा समाज को एकजुट करने के लिए विभिन्न सामाजिक संगठनों से बात कर रहे हैं। उनका कहना है कि मनोज मुंतशिर के खिलाफ तब तक मुहीम जारी रहेगी, जब तक कि उनके खिलाफ कानून सम्मत कार्यवाही नहीं हो जाती और वह वैश्य समाज से माफी नहीं मांगे लेते।
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खुद को राष्ट्रवादी कहने वाले मनोज मुंतशिर अक्सर अपने बयानों में एतिहासिक घटनाओं का तथ्यहीन उल्लेख करते रहे हैं जिनका उद्देश्य सिर्फ समाज मे नफरत फैलाना होता है और इसके लिए वह विवादों में रहे हैं। यही नहीं, उनके गीतों की मौलिकता पर भी सवाल उठते रहे हैं। उनके कई गीत दरअसल विदेशी भाषा की कविताओं का अनुवाद हैं, जो साबित भी हो चुका है।
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