आध्यात्म

भविष्य में मानसरोवर भारत का होकर रहेगा: ब्रह्मवेता देवरहा हंस बाबा

ज्ञानदास गुप्ता, ड्रमंडगंज (मिर्जापुर)।
ब्रह्मवेता देवरहा हंस बाबा ने भविष्यवाणी करते हुए कहाकि भविष्य में मानसरोवर भारत का होकर रहेगा। इसमें किसी की विस्तारवादी नीति नहीं चलेगी।कहा कि भारत को आध्यात्मिक शक्तियों, योगियों के बल से अदृश्य  रूप में मजबूती मिल रही है।यह बात उन्होंने भाग देवर आश्रम में कही।
शुक्रवार को ब्रह्मवेता देवरहा हंस बाबा ने बताया कि भारत समयोग और प्रेमयोग के बल पर अखंड रहेगा। देवरहा हंस बाबा का उल्लेख करते हुए स्वामी जी ने कहा उन्होंने सर्वज्ञान की दिव्य दृष्टि के योग से समभाव की दिव्य अनुभूति के योग से सर्वज्ञान का दिव्य योग के बल पर भारत का जनमानस एक होकर रहेगा। कहाकि ऐतिहासिक काल से विस्तार वादियों राजाओं का सर्वनाश हो चुका है और भारत का ऐसे विस्तारवादी नीति के संचालक पड़ोसी कभी भी भारत को बदल नहीं पाएंगे। भारत परा शक्तियों से संपन्न और समृद्ध योगियों का देश रहा है। सहयोग और आंतरिक योग का उल्लेख करते हुए ब्रह्मा देवता देव रहा हंस बाबा ने कहा कि भारतीय समाज राम का है। राम उसके हैं और यह राम की भूमि है। राम का अपना प्रभाव है। इसलिए यहां के योग और राम के देश का नागरिक समान अधिकार प्राप्त है। जहां सम योग है वहां भेदभाव नहीं है क्योंकि समता से विषमता मिटती है और विषमता मिटाने के लिए समता का विस्तार निरंतर बढ़ता है और समता ही अंतरराष्ट्रीय विकास का मूल आधार है। इस अवसर पर मुंबई हाई कोर्ट के अधिवक्ता किशोर कुमार मिश्र, दिल्ली से ए के श्रीवास्तव, दयाशंकर पांडे,  इंद्रमणि पांडे, सोहन आदि मौजूद रहे।
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