विन्ध्याचल मण्डल: मिर्जापुर, सोनभद्र, भदोही

जिला अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो विभिन्न प्रकार के माफियाओं का चिह्नीकरण की करे कार्यवाही: डीआईजी आरपी सिंह

* मिर्जापुर सोनभद्र भदोही के अपराध शाखा, विवेचना सेल व डीसीआरबी के कार्यों की समीक्षा  

मिर्जापुर। 
शनिवार को पुलिस उपमहानिरीक्षक विंध्याचल परिक्षेत्र आर0पी0सिंह द्वारा परिक्षेत्र के तीनों जनपदों के अपराध शाखा विवेचना सेल के कार्यों की समीक्षा की गयी, तो समीक्षोपरांत पाया गया कि जनपद मीरजापुर की विवेचनाओं के निस्तारण की स्थिति संतोषजनक नही पायी गयी। वर्ष 2016 की कई विवेचनायें अनावश्यक रुप से लम्बित है। जिन अभियोगों मे अभियुक्त बाहर के है तथा उनके विरुद्ध पर्याप्त साक्ष्य है पुलिस अधीक्षक समीक्षा करके टीम गठित कराकर वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी कराये तथा विवेचना सेल को गिरफ्तारी व साक्ष्य संकलन मे सहयोग हेतु स्वाट टीम/सर्विलांस टीम को लगाये तथा प्रतिमाह लम्बित विवेचनाओं के निस्तारण हेतु पुलिस अधीक्षक/अपर पुलिस अधीक्षक स्तर से समीक्षा किया जाय।
        अपराध शाखा (विवेचना विंग) द्वारा संपादित विवेचनाओ जैसे-जघन्य अपराध,(लूट, बलात्कार), साइबर अपराध (आईटी एक्ट के अंतर्गत पंजीकृत सभी अपराधों की विवेचना), मनी लांड्रिंग फाइनेंसियल फ्रॉड, से संबंधित विवेचना में गुणात्मक सुधार की आवश्यकता है। किसी विवेचक द्वारा विवेचना के निस्तारण के संबंध में कोई कार्य योजना नहीं बनाई गई है और न ही सही ढंग से साक्ष्य संकलन की कार्रवाई की जा रही है,  सभी उपस्थित विवेचकगण को निर्देशित किया गया कि लंबित मुकदमों को गुणदोष के आधार पर यथाशीघ्र निस्तारित करना सुनिश्चित करें, इसमें किसी प्रकार की शिथिलता न बरती जाए।
 तत्पश्चात परिक्षेत्र के तीनों जनपदों के जिला अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (DCRB)के कार्यों की समीक्षा की गयी, तो समीक्षोपरांत पाया गया कि जनपद स्तर से चिन्हित माफियाओं के चिन्हिकरण की कार्यवाही संतोषजनक नही है। ऐसे व्यक्ति को माफियाओं मे चिन्हित किया जाय जिसकी आय का स्रोत नही किन्तु उसके द्वारा आय से अधिक सम्पत्ति बनायी गयी हो एंव एक शम्राज्य बना लिया गया हो, उनकी समाज में छबि अच्छी नही है तथा ग्रुप बनाकर असमाजिक कार्यो मे लिप्त है।
उनके विरुद्ध शासन के मंशा के अनुरुप चिन्हिकरण करके उनके सदस्यों के विरुद्ध गैेगेस्टर, सीजर , हिस्ट्रीशीट, लाइसेंस निरस्तीकरण, जमानत निरस्तीकरण, गुण्डा, जिला बदर की गुणात्मक कार्यवाही की जाय तथा इनके जो अभियोंग विचाराधीन न्यायालय है उन अभियोगो की पैरवी करके अभियोजन की दर प्रत्येक दशा में बढाया जाय। तीनाे जनपदों में प्रापर्टी आफेंस पर कार्यवाही कार्यवाही संतोषजनक नही की गयी है। 05 वर्ष के अपराधियों का विभिन्न शीर्षकों मे डाटा तैयार कर अपराधियों का सत्यापन कराया जाय तथा संबंधित अपराधियों का गैंग खोलकर कार्यवाही की जाय गोकशी मे लिप्त अपराधियों का प्रत्येक दशा मे गैंग खोलकर कार्यवाही की जाय।
        जनपद में महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराध के आंकड़े, अज्ञात शवों और गुमशुदा  मामलों का डेटा, सप्ताहिक अपराध का डेटा नियमित रूप से अपडेट करते रहें और विभिन्न प्रकार के माफियाओं के चिह्नीकरण की कार्रवाई, टॉप टेन माफियाओं के खिलाफ कार्यवाही, जो अपराधी जमानत पर हैं, जमानत निरस्तीकरण तथा शस्त्र निरस्तीकरण की कार्यवाही  कराएं और सभी डीसीआरबी प्रभारी इस संबंध में अपना फीडबैक अपने उच्चाधिकारियों को भी प्रेषित करें।
        इस दौरान निर्देशित किया गया कि लूट डकैती समेत तमाम मामलों में अपराधियों के गैंगस्टर कराकर इनके विरूद्ध सख्त कार्रवाई करें, जेल से रिहाई के संबंध में अपराधी का परवाना की तैयारी प्राप्त कर सूचना संबंधित थानों को दें, टॉप टेन अपराधियों का विवरण अपडेट करके उनके रिश्तेदारों, साथियों का विवरण, डाटा अपडेट रखा जाए। बैठक मे परिक्षेत्र के अपराध शाखा विवेचना सेल एंव डी0सी0आर0बी0 के समस्त अधिकारी, कर्मचारीगण मौजूद रहे।
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