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एकाकी जीवन पद्धति मे रेडक्रास जैसी संस्थाओ की आवश्यकता और भूमिका ज्यादा महत्वपूर्ण: सीएमओ डा. सीएल वर्मा
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मिर्जापुर।
आज के एकाकी जीवन पद्धति मे रेडक्रास जैसी संस्थाओ की आवश्यकता और भूमिका ज्यादा महत्वपूर्ण हो गई है, इसलिए आवश्यक है कि अधिक से अधिक लोग सदस्य बने और मानवता की सेवा के लिए दान करे। चाहे रक्तदान करे अथवा धन दान करे।वह दान प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से वापस मिल जाता है।
विश्व रेडक्रास दिवस के अवसर पर विवेकानंद सभागार सीएमओ कार्यालय मे आयोजित विचार गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए सीएमओ डाक्टर सीएल वर्मा विचार प्रकट कर रहे थे।
उन्होने कहा कि जो लोग रेडक्रास चिन्ह का प्रयोग कर रहे है वह अविलम्ब सदस्य बन जाए, अन्यथा वैधानिक कार्रवाई होगी।
संचालन करते हुए चेयरमैन आशुतोष दूबे ने कहा कि अभियान चलाकर संस्थागत और आजीवन सदस्यो की संख्या बढाई जाएगी इसके लिए जनकल्याण के कार्यक्रम और जागरूकता गोष्ठिया आयोजित की जाएगी।
एसीएमओ और सचिव डा0 गुलाब वर्मा ने रेडक्रास के संस्थापक सर जीन हेनरी ड्यूनान्ट के व्यक्तित्व और कृतित्व की चर्चा करते हुए जिला के कार्यो और आय व्यय का विवरण प्रस्तुत किया। अधिक से अधिक रक्तदान और मतदान करने का अनुरोध किया।
गोष्ठी मे श्रीशंकर रामचंद्रन, रेवरेण्ड विजय कुमार, डाक्टर अरविंद श्रीवास्तव ने संस्थागत सदस्यता ग्रहण किया।
इस अवसर पर कोषाध्यक्ष डाक्टर एस एन पाठक ने दुर्घटनाग्रस्त लोगो की मदद करने का अनुरोध किया।गोष्ठी मे ए ओ राकेश कुमार राय डाक्टर अनिल ओझा डाक्टर वीके चौधरी सतीश कुमार यादव कृष्णानन्द रामकुमार गुप्त फिरोज अंसारी अमित तिवारी विनोद श्रीवास्तव रवि त्रिपाठी राकेश कुमार राय दीपक वर्मा बालाजी शीला गुप्त माण्डवी जानकी श्रीवास्तव गुलशन आरा आदि ने विचार व्यक्त कर सुझाव दिया।धन्यवाद ज्ञापन डाक्टर गुलाब वर्मा ने किया

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