विन्ध्याचल नवरात्रि मेला

विंध्य महोत्सव, सांस्कृतिक कार्यक्रम में अंतिम दिन कलाकारों ने बांधा समा

0 सुभाष झांकी ग्रुप के कलाकारों ने शिव तांडव, भक्त हनुमान जी के सिंदूर लगाने के प्रसंग का सुंदर झांकी प्रस्तुत कर लोगों का मोहा मन

0 विन्ध्य नवरात्र मेले को सकुशल सम्पन्न कराने में सहयोग प्रदान करने वाले सभी निष्ठावान अधिकारियों, कर्मचारियों
सहित अन्य सभी को जिलाधिकारी ने स्मृति चिन्ह, चुनरी व प्रमाण पत्र देकर किया सम्मानित

मीरजापुर।

विंध्याचल में चैत्र नवरात्रि मेला-2023 में नवमी के अवसर पर जहां आस्थावानों की लाखों की संख्या में भीड़ उमड़ पड़ी थी। वहीं जिलाधिकारी दिव्या मित्तल के विशेष पहल पर आयोजित विंध्याचल के रोडवेज परिसर में चल रहे विंध्य महोत्सव, सांस्कृतिक कार्यक्रम में अंतिम दिन सांस्कृतिक संध्या कार्यक्रम में लोकप्रिय लोकगीत गायको ने समां बांध लोगों की खूब वाहवाही लूटी।

 

कार्यक्रम का शुभारंभ जिलाधिकारी दिव्या मित्तल, मुख्य विकास अधिकारी श्रीलक्ष्मी वीएसअपर जिलाधिकारी वि0/रा0 शिव प्रताप शुक्ल, विशेष भूमि अध्याप्ति अधिकारी नीरज पटेल ने संयुक्त रुप से मां विंध्यवासिनी के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर किया। तत्पश्चात सुभाष झांकी ग्रुप के कलाकारों ने शिव तांडव, भक्त हनुमान जी के सिंदूर लगाने के प्रसंग का सुंदर झांकी प्रस्तुत कर लोगों का मन मोह लिया।

कलाकारों ने हनुमान भजन के रूप में समाई-समाई मेरे मन में भक्ती है समाई… प्रस्तुत कर लोगों को राम भक्त हनुमान के जीवन दर्शन का दर्शन कराया।
लोकगीतों के क्रम को आगे बढ़ाते हुए मीरजापुर की सरनाम कजरी को विदेशों तक पहुंचाने वाली कजरी स्वर कोकिला उर्मिला श्रीवास्तव ने निमिया के डाली मैया डालेनी झुलनवा हो….. प्रस्तुत को संगीत संध्या कार्यक्रम को गति दिया।

इसी क्रम में लोक कलाकार डाक्टर मन्नू यादव (चंदौली) छंद और चैती गीत के माध्यम से विलुप्त होती लोक परंपराओं को समझते हुए लोगों को लोकगीत परंपरा संस्कृति के बारे में विस्तार से अवगत कराया, साथ ही उन्होंने बगावत के बल पर बैरागी बनके कुशासन को तेरे कुचलते रहेंगे—सुनाकर लोगों को भावविभोर कर दिया। इसी कड़ी में उन्होंने कचैड़ी गली सून कइला बलमू, अऊर मिर्जापुर के कईला गुलजार हो…… सुना कर मिर्जापुर की लोकप्रिय कजरी को जीवंत किया है।

लखनऊ से पधारी लोकगीत गायिका संजू सिंह ने मोरी मईया विंध्याचल वाली तेरी महिमा है निराली…. सहित कई लोकगीत एवं देवी गीतों की प्रस्तुति का लोगों को भक्ति भाव में झूमाया। इसी प्रकार लोकप्रिय कलाकार मंटू मिश्रा हंसमुख ने मैया के चुनरी लाल लाल बा, दर्शन करब हम हजार बार…. तथा बम-बम बोल रहा है काशी सुना कर झूमने पर मजबूर कर दिया। इसके पश्चात जिलाधिकारी के हाथों सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले सभी कलाकारों को मंच से सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम समापन के पश्चात जिलाधिकारी दिव्या मित्तल द्वारा मेला क्षेत्र की संपूर्ण व्यवस्था में उल्लेखनीय योगदान एवं सहयोग प्रदान करने वाले सभी सेक्टर, जोनल प्रभारी, सभी विभागों के अधिकारियों, कर्मचारियों को प्रमाण पत्र, स्मृति चिन्ह प्रदान कर एवं माता विंध्यवासिनी की चुनरी भेंट कर उनका सम्मान करते हुए उनके अतुल्यनीय योगदान एवं मेले को सकुशल संपन्न कराने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।

अंत में इस सफल आयोजन के लिए जिलाधिकारी दिव्या मित्तल को भी स्मृति चिन्ह माता विंध्यवासिनी की चुनरी प्रदान कर उनका सम्मान किया गया। इस मौके पर जिलाधिकारी दिव्या मित्तल अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 शिव प्रकाश शुक्ल, मुख्य विकास अधिकारी श्रीलक्ष्मी वीएस, जिला सूचना अधिकारी ओम प्रकाश उपाध्याय, सहित सभी विभागों की अधिकारी एवं संबंधित लोग मौजूद रहे।

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